रामायण के चरित्र
रामायण के चरित्रों की विशेषता…
राम… पिता की आज्ञा मानकर वन गए इसलिए राम बन गए।
लक्ष्मण… वैसे तो परछाईं काले रंग की होती है पर राम की परछाई श्वेत थी, गोरे लक्ष्मण के रूप में।
भरत… गलती ना करके भी प्रायश्चित किया।
उर्मिला… लक्ष्मण के साथ न रह कर, घर में रह गयीं। उनकी मां की सेवा की।
मांडवी… तीसरी बहू के रूप में तीन माँओं की सेवा में रहीं। उनका कहना था “पति की आज्ञा मानना ही तो पति के साथ रहना है।”
मुनि श्री सौम्य सागर जी (प्रवचन- 25 फ़रवरी)
One Response
रामायण के चरित्र का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए रामायण के हर पात्र का पालन करना परम आवश्यक है।