पेड़ पर क्षमता से अधिक फल लग जायें तो शाखायें टूटने लगती हैं। इंसान के पास ज़रूरत से ज्यादा वैभव हो जाये तब वह रिश्ते तोड़ने लगता है।
नतीजा !
आहिस्ता-आहिस्ता पेड़ फलों से तथा इंसान अपने रिश्तों से वंचित होता जाता है।
(सुरेश)
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2 Responses
रिश्ते के लिए जो उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! जीवन में रिश्ते का महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, अतः रिश्ते को मजबूत बनाने का प़यास करना चाहिए ताकि कभी टूट न जावे!
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रिश्ते के लिए जो उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! जीवन में रिश्ते का महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, अतः रिश्ते को मजबूत बनाने का प़यास करना चाहिए ताकि कभी टूट न जावे!
वजन अधिक हर चीज का,
चले हानि की ओर।
वजन अधिक पड़ने से
टूट जात है डोर।।