लोभ
गहरे समुद्र में सांस घुटने से मछलियां नहीं मरतीं पर ज़रा से दाने के लोभ में लाखों जाल में फंसकर जान गँवाती हैं।
निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी
गहरे समुद्र में सांस घुटने से मछलियां नहीं मरतीं पर ज़रा से दाने के लोभ में लाखों जाल में फंसकर जान गँवाती हैं।
निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी
2 Responses
मुनि श्री वीरसागर महाराज जी ने लोभ का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में लोभ से बचना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
लालच ही संसार में,
है संकट का मूल।
लालच से बच कर रहें,
कभी करें न भूल।।