व्यवहार
व्यवहार परिवार के साथ मोह पैदा करता है,
समाज के साथ सेवा भाव पैदा करता है ।
और जो सेवा नहीं करते वे विकलांग हैं ।
मुनि श्री सौरभसागर जी
व्यवहार परिवार के साथ मोह पैदा करता है,
समाज के साथ सेवा भाव पैदा करता है ।
और जो सेवा नहीं करते वे विकलांग हैं ।
मुनि श्री सौरभसागर जी