सफलता

सफलता में दोषों को मिटाने/ भुलाने की विलक्षण शक्ति होती है।

मुंशी प्रेमचंद्र जी

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One Response

  1. सफलता का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए अपने दोषों का निराकरण करना परम आवश्यक है।

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