साधू
हमारे मुनिराज धन ना होने पर भी निर्धन नहीं हैं, अपितु रत्नत्रयी* रूपी धन से धनी हैं ।
(श्रीमति रिंकी)
॰ सच्चे देव गुरू तथा शास्त्रों के प्रति पक्की श्रद्धा
हमारे मुनिराज धन ना होने पर भी निर्धन नहीं हैं, अपितु रत्नत्रयी* रूपी धन से धनी हैं ।
(श्रीमति रिंकी)
॰ सच्चे देव गुरू तथा शास्त्रों के प्रति पक्की श्रद्धा