सीख
पिता ने हलुवा बनाकर 2 कटोरियों में से, बेटे से 1 कटोरी उठाने को बोला, 1 कटोरी के हलवे पर 2 बादाम थे, दूसरी कटोरी पर 1 भी नहीं। बेटा 2 बादाम वाली खाने लगा, पिता की कटोरी में नीचे 4 बादाम थे।
दूसरे दिन पिता ने फिर 2 कटोरियों में हलुवा रखा, बेटे ने बिना बादाम वाली उठाई, नीचे बादाम नहीं निकले।
तीसरे दिन फिर 2 कटोरी, बेटे ने पिता से कहा पहले आप उठाओ, बेटे के हलवे में 8 बादाम निकले।
पहले दिन – लालच की सज़ा,
दूसरे दिन – नकल करने की सज़ा,
तीसरे दिन – बड़ों के सम्मान का, लालच पर नियंत्रण का पुरुस्कार।
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि बेटे की गलतियों की सजा दी गई हैं, वह उचित लगता है। अतः बड़े हों या छोटे यदि गलत कार्य करते हैं तो उनको सीख के लिए सज़ा अवश्य देना चाहिए ताकि वह सुधर सकता है।