सूतक
मरण का सूतक 12 दिन का, 13वें दिन पूजादि कर सकते हैं।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
(चौथी-पाँचवीं पीढ़ी को 6 दिन,
छठी-सातवीं को 3 दिन,
आगे सूतक नहीं)
मरण का सूतक 12 दिन का, 13वें दिन पूजादि कर सकते हैं।
निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
(चौथी-पाँचवीं पीढ़ी को 6 दिन,
छठी-सातवीं को 3 दिन,
आगे सूतक नहीं)
One Response
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने सूतक का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः श्रावक को इसका पालन करना परम आवश्यक है।