उपरोक्त कथन सत्य है कि जिसको पाकर लगे कि अपने को पा लिया तो समझना वह अपना है और इसके साथ जिसे पाकर लगे कि अपने को खो दिया तो भी समझना वह और भी अपना है। अतः उचित है जिसको अपना बना लिया,वह खोने के बाद भी अपना रहेगा। Reply
संसारी सम्बंधों में एक दूसरे को पाया जाता है, वे अपने होते हैं । धर्म में गुरु/ शास्त्र/ भगवान में अपने को खोया जाता है, वे और ज्यादा अपने होते हैं । Reply
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उपरोक्त कथन सत्य है कि जिसको पाकर लगे कि अपने को पा लिया तो समझना वह अपना है और इसके साथ जिसे पाकर लगे कि अपने को खो दिया तो भी समझना वह और भी अपना है।
अतः उचित है जिसको अपना बना लिया,वह खोने के बाद भी अपना रहेगा।
Can the meaning of the 2nd para be explained please?
संसारी सम्बंधों में एक दूसरे को पाया जाता है, वे अपने होते हैं ।
धर्म में गुरु/ शास्त्र/ भगवान में अपने को खोया जाता है, वे और ज्यादा अपने होते हैं ।
Okay.