गुरु / शिष्य
शिष्य के ऊपर कालिख लग जाये तो चलेगा,
पर कालिख लगा गुरु नहीं चलेगा,
वरना
शिष्य अपनी कालिख किस दर्पण में देखेगा !
ना ही शिष्य ऐसा काम करे कि गुरु के नाम पर कालिख लग जाये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
शिष्य के ऊपर कालिख लग जाये तो चलेगा,
पर कालिख लगा गुरु नहीं चलेगा,
वरना
शिष्य अपनी कालिख किस दर्पण में देखेगा !
ना ही शिष्य ऐसा काम करे कि गुरु के नाम पर कालिख लग जाये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
यह कथन बिलकुल सही है कि शिष्य पर कालिख लग जाये तो चलता है लेकिन गुरुओ पर कालिख लग जाती है तो वह नहीं चल सकता है।अतः शिष्य को ऐसे कार्य करना चाहिए जिससे उनके गुरु पर कालिख न लग सके।गुरु जो भी उपदेश देते हैं उनका पालन करना चाहिए ताकि गुरुओ पर कालिख न लग सके।