जीवन
जीवन की वास्तविकता बस इतनी सी है…
बचपन में ‘होम वर्क’
जवानी में ‘होम लोन’
और
बुढ़ापे में ‘होम अलोन’ ही रह जाता है।
🇮🇳 मधु-आगरा 🇮🇳
जीवन की वास्तविकता बस इतनी सी है…
बचपन में ‘होम वर्क’
जवानी में ‘होम लोन’
और
बुढ़ापे में ‘होम अलोन’ ही रह जाता है।
🇮🇳 मधु-आगरा 🇮🇳
One Response
यह कथन बिलकुल सत्य है कि जीवन की वास्तविकता यही है कि बचपन में ‘होम वर्क,जवानी में’होम लोन’और बुढापे में ‘होम अलोन’ही रह जाता है।मनुष्य जीवन बहुत मुश्किल से मिलता है, इसलिये जीवन में आत्मा को पहिचान कर लेना चाहिए । धर्म से जुडकर आत्मा से परमात्मा बनने का प़यास करना चाहिए , जीवन का सही उद्वेश्य यही होना चाहिए।