दृष्टि
पानी में पड़ी डंडी टेड़ी ही दिखती है ।
मिथ्यादृष्टि उसे टेड़ी ही मानता है,
सम्यग्दृष्टि जानता है कि डंडी है तो सीधी पर पानी की वज़ह से टेड़ी दिख रही है ।
विपरीत श्रद्धानी को डंडी दिखती ही नहीं, कीचड़ में पड़ी डंडी ।
पानी में पड़ी डंडी टेड़ी ही दिखती है ।
मिथ्यादृष्टि उसे टेड़ी ही मानता है,
सम्यग्दृष्टि जानता है कि डंडी है तो सीधी पर पानी की वज़ह से टेड़ी दिख रही है ।
विपरीत श्रद्धानी को डंडी दिखती ही नहीं, कीचड़ में पड़ी डंडी ।
One Response
सम्यग्दृष्टि रखने वाले लोग ही जानते हैं कि डंडी सीधी है चाहे पानी की बजह से तिरछी दिखती है।मिथ्यादृष्टि रखने वाले लोगों को कीचड़ में पडी ड़डी भी दिखाई नहीं देती है।अतः सम्यग्दृष्टि होना चाहिए जिससे जीवन की वास्तविकता समझ सकता है।