नसीहत / वसीयत
नसीहत प्राय: अच्छी नहीं लगती क्योंकि उसमें कुछ छोड़ना होता है, जबकि वसीयत में मिलता है ।
जिन्होनें नसीहत सही से ली हो उन्हें वसीयत का आकर्षण नहीं रहता ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
नसीहत प्राय: अच्छी नहीं लगती क्योंकि उसमें कुछ छोड़ना होता है, जबकि वसीयत में मिलता है ।
जिन्होनें नसीहत सही से ली हो उन्हें वसीयत का आकर्षण नहीं रहता ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
यह कथन सत्य है कि नसीहत अच्छी नहीं लगती है क्योंकि उसमें कुछ छोड़ना पड़ता है, जबकि वसीयत में मिलता है। जिन्होंने नसीयत सही से ली हो तो उनको वसीयत का आर्कषण नही रहता है।