मिथ्यात्व
श्रावक संकट में भगवान की पूजा-पाठ करता है तो मिथ्यात्व नहीं ।
पर जब भी पूजा-पाठ करता है तब कुछ पाने के लिये करता है, तो मिथ्यात्व ।
श्रावक संकट में भगवान की पूजा-पाठ करता है तो मिथ्यात्व नहीं ।
पर जब भी पूजा-पाठ करता है तब कुछ पाने के लिये करता है, तो मिथ्यात्व ।