ट्रेन पकड़ने के लिये स्टेशन जाना श्रावक का मोक्षमार्ग, किसी भी स्पीड़ से जा सकता है (1 प्रतिमा से लेकर 11 प्रतिमा तक),
फिर ट्रेन में बैठकर तेजी से गंतव्य की ओर जाना मुनियों का मोक्षमार्ग ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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मोक्ष मार्ग पर चलने के लिए उस ट़ेन की तरह है जो किसी भी स्पीड़ मे चलती हैं अतः उसकी स्पीड़ 1 प़तिमा से लेकर 11 प़तिमा तक होना चाहिए ,यह सब श्रावको के लिए है।जब कि मुनियों के लिए ट़ेन में बेठकर तेजी से अपने गंतव्य की और चलते रहना ही पड़ता है जिसमे सफलता अवश्य मिलती है।
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मोक्ष मार्ग पर चलने के लिए उस ट़ेन की तरह है जो किसी भी स्पीड़ मे चलती हैं अतः उसकी स्पीड़ 1 प़तिमा से लेकर 11 प़तिमा तक होना चाहिए ,यह सब श्रावको के लिए है।जब कि मुनियों के लिए ट़ेन में बेठकर तेजी से अपने गंतव्य की और चलते रहना ही पड़ता है जिसमे सफलता अवश्य मिलती है।