रागी-देवों की पूजा नहीं करने को कहा, पर माता-पिता के तो पैर छूते हैं ?
माता-पिता पूज्य नहीं,
और
सम्मान कम या न मिलने पर भी हित ही करते हैं,
रागी देवी देवता तो अहित करने लगते हैं, फिर उनकी पूजा क्यों ?
मुनि श्री सुधासागर जी
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4 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि जीवन में रागी देवी देवता की पूजा नहीं करना चाहिए बल्कि वीतरागी भगवान् और साधुओं की पूजा करना चाहिए वही जीवन का हित कर सकते हैं।
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि जीवन में रागी देवी देवता की पूजा नहीं करना चाहिए बल्कि वीतरागी भगवान् और साधुओं की पूजा करना चाहिए वही जीवन का हित कर सकते हैं।
रागी देवों की पूजा “करने” ya “na karne” को kaha?
Corrected,
Asherwad.
Jee Uncle!!