शुद्धता तो होती है विचारों में,
आदमी कब पवित्र होता है !
फूलों में भी कीड़े पाये जाते हैं, पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं ।
(एन.सी.जैन…नोयड़ा)
Share this on...
3 Responses
यह कथन सत्य है कि शुद्धता विचारों में होना चाहिए तभी आदमी पवित्र बनता है। जैसे फूलों में भी कीड़े पाये जाते हैं, पत्थरों में भी हीरे पाते जाते हैं। फूलों से रस मिलता है जबकि पत्थरों को तराशने पर हीरे एवं भगवान् भी मिल सकते हैं।
3 Responses
यह कथन सत्य है कि शुद्धता विचारों में होना चाहिए तभी आदमी पवित्र बनता है। जैसे फूलों में भी कीड़े पाये जाते हैं, पत्थरों में भी हीरे पाते जाते हैं। फूलों से रस मिलता है जबकि पत्थरों को तराशने पर हीरे एवं भगवान् भी मिल सकते हैं।
Very true. This is why, we have the capability to transform into the highest being after attaining “Moksha”.
ENs का क्या मतलब ?