संसार
संसार/मिथ्यादर्शन का Test – मंदिर जा जाकर/धार्मिक क्रियायें करते-करते बोर होना/थकना/ऊबना।
धार्मिक क्रियाओं से सम्यग्दृष्टि का आनंद/उत्साह बढ़ता है।
मुनि श्री सुधासागर जी
संसार/मिथ्यादर्शन का Test – मंदिर जा जाकर/धार्मिक क्रियायें करते-करते बोर होना/थकना/ऊबना।
धार्मिक क्रियाओं से सम्यग्दृष्टि का आनंद/उत्साह बढ़ता है।
मुनि श्री सुधासागर जी
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सम्यग्दर्शन पर जो श्रद्वा रखता है,वही सम्यग्दृष्टि हो सकता है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि संसार एवं मिथ्यादर्शन का परीक्षण करने के लिए धार्मिक क़ियायें करना परम आवश्यक है ताकि जीवन में आनंद एवं उत्साह बढता रहता है। अतः जीवन में सम्यग्दृष्टि होने पर ही आंनद एवं उत्साह बढता रहेगा।