शानदार कोठी के बाहर बैठकर मालकिन भीख मांगती थी ।
कारण ?
बेटा चैक भेजता था उसे वह दीवार पर सजाती जाती थी ।
हम भी तो बहुमूल्य शास्त्रों की पूजा करते हैं, पर उन्हें कभी Encash किया ?
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उक्त कथन सत्य है कि अज्ञानता के कारण बहुमूल्य शास्त्रों की पूजा करते हैं पर उसको जीवन में आत्मसात नहीं कर पाते हैं।
अतः उचित होगा कि बहुमूल्य शास्त्रों अथवा धन का सदुपयोग करना चाहिए ताकि कल्याण हो सकता है।
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उक्त कथन सत्य है कि अज्ञानता के कारण बहुमूल्य शास्त्रों की पूजा करते हैं पर उसको जीवन में आत्मसात नहीं कर पाते हैं।
अतः उचित होगा कि बहुमूल्य शास्त्रों अथवा धन का सदुपयोग करना चाहिए ताकि कल्याण हो सकता है।