अनंतानुबंधी
घर में गमी हो जाने पर, पहले त्यौहार पर मिठाई खिलाने समाज वाले आते हैं क्योंकि गम/दु:ख 6 माह से ज्यादा नहीं चलना चाहिये वरना अनंतानुबंधी कषाय होने से सम्यग्दर्शन नहीं होने देगी/सम्यग्दृष्टि का सम्यग्दर्शन छूट जायेगा ।
आर्यिका श्री विज्ञानमती जी
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अनंतानुबंधी कषाय का तात्पर्य जो कषाय अनन्त संसार के कारणभूत मिथात्व को बांधती है, इस कषाय के उदय मेंं सम्यग्दर्शन उत्पन्न नहीं होता है,यह चार रुपी कषाय, क़ोध,मान,माया और लोभ। जो उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
इन कषायो को बांधने से बचना चाहिए ताकि अनंतानुबंधी कषाय न बंध सके।