अनुभाग यदि प्रबल हो तो वह स्थिति को संभाल लेता है,
चींटी की कार के नीचे आने पर भी आयु की स्थिति समय से पहले समाप्त न हो ।
आर्यिका श्री विज्ञानमति जी
Share this on...
One Response
अनुभाग का तात्पर्य कर्म के फल देने की सामर्थ को कहते हैं,जिस कर्म का जैसा नाम है, उसके अनुरूप उसका काम होता है।
स्थिति का मतलब किसी क्षेत्र में स्थित पदार्थ की काल मर्यादा निश्चित करना होता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि अनुभाग प़बल हो तो स्थिति को संभाल लेता है। पर आयु की स्थिति समय से पहले समाप्त न हो, इसका ध्यान रक्खें ।
One Response
अनुभाग का तात्पर्य कर्म के फल देने की सामर्थ को कहते हैं,जिस कर्म का जैसा नाम है, उसके अनुरूप उसका काम होता है।
स्थिति का मतलब किसी क्षेत्र में स्थित पदार्थ की काल मर्यादा निश्चित करना होता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि अनुभाग प़बल हो तो स्थिति को संभाल लेता है। पर आयु की स्थिति समय से पहले समाप्त न हो, इसका ध्यान रक्खें ।