ऊँचाइयाँ

अपना कद इतना ऊपर कर लो कि वहाँ पत्थर पहुँच ही ना पाऐं ।
यदि अभी लग रहे हैं पर आप दु:खी नहीं हो रहे, तो इसका मतलब हुआ – आपकी ऊँचाई नहीं बढ़ी, आप ऊँचे होने का अभिनय कर रहे हैं ।

ब्र. नीलेश भैया

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