कर्तव्य/मज़े
जीवन मज़े के लिये नहीं, कर्तव्य पूरे करने के लिये है ।
यह दूसरी बात है कि कर्तव्य पूरे करने वाले को ही असली मज़े आते हैं ।
चिंतन
जीवन मज़े के लिये नहीं, कर्तव्य पूरे करने के लिये है ।
यह दूसरी बात है कि कर्तव्य पूरे करने वाले को ही असली मज़े आते हैं ।
चिंतन