कर्म / पूजा

हर कर्म पूजा नहीं होती ।
जो खटकर्म/दुष्कर्म से हटकर सत्कर्म किया जाता है, वह पूजा होती है ।

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One Response

  1. उपरोक्त कथन बिलकुल सत्य है…
    जो लोग देव शास्त्र और गुरु में आस्था रख कर काय॓ करेंगे उसी को पूजा कहा जाता है। अतः वीतरागता की पूजा करना चाहिए।

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