कर्म काटना

कर्म काटने का सरलतम उपाय – पापोदय के समय अपने कुकृतों को स्वीकारो/ प्रायश्चित लो/ आगे  पुनरावृत्ति न करने का संकल्प लो ।
देखा भी गया है – जब अपराधी अपनी ग़लती स्वीकार कर लेता है तब सज़ा देने वाला Mild हो जाता है ।

मुनि श्री सुधासागर जी

Share this on...

One Response

  1. उपरोक्त कथन सत्य है कि कर्म काटने का सरलतम उपाय है कि पापोदय के समय अपने कुकृतों को स्वीकार करना और प्रायश्चित करना आवश्यक है, इसके अलावा संकल्प लेना आवश्यक है ताकि पुनरावृति न हो सके। यह सही है कि कोई अपने अपराध को स्वीकार कर लेता है तो उसको स़जा कम मिलती है।
    अतः जीवन में कोई गलत कार्य करते हैं तो प्रायश्चित लेना आवश्यक है और भविष्य में न हो सके इसके लिए संकल्प लेना अनिवार्य है ताकि अपनी गलतीयों में विराम लग सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

February 28, 2021

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031