कर्म का बँटवारा
कर्म प्रकृतियों का एक भाग सर्वघाति को मिलता है तथा अनंत बहुभाग देशघाति को मिलता है ।
(तभी क्षयोपशम सम्भव होगा…कमला बाई जी)
कर्मकांड़ गाथा– 197
कर्म प्रकृतियों का एक भाग सर्वघाति को मिलता है तथा अनंत बहुभाग देशघाति को मिलता है ।
(तभी क्षयोपशम सम्भव होगा…कमला बाई जी)
कर्मकांड़ गाथा– 197
One Response
कर्म का बटवारा का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।