कलयुग
सुंदर मोर* कम होते जा रहे हैं,
जो हैं उनकी आवाज़ शोर शराबे में सुनाई नहीं देती है ।
उन्हें देखने/सुनने सुबह जल्दी उठकर, उनके पास जाना होता है।
चिंतन
*अच्छे इनसान/साधु जन
सुंदर मोर* कम होते जा रहे हैं,
जो हैं उनकी आवाज़ शोर शराबे में सुनाई नहीं देती है ।
उन्हें देखने/सुनने सुबह जल्दी उठकर, उनके पास जाना होता है।
चिंतन
*अच्छे इनसान/साधु जन
One Response
यह कथन बिलकुल सही है… आजकल कलयुग ही चल रहा है; इसमें अच्छे इनसान मिलना मुश्किल हो रहा है, अच्छे साधुओं का अभाव है लेकिन जिनवाणी पर श्रद्धान कर, दिए उपदेशों का पालन करने पर आपका कल्याण होगा ।भगवान का नाम लेने से भी आपका कल्याण होगा ।