अपने और दूसरों के घात या अहित करने रुप क़ूर परिणाम को क़ोध कहते हैं। मनुष्य के जीवन में बुराईयों में क़ोध बहुत खतरनाक होता है। क़ोधी साधु तो बन सकता है लेकिन साधुओं को कभी क़ोध नहीं आता है। क़ोध पर नियंत्रण रखने पर ही जीवन को सफल बना सकते हैं । Reply
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अपने और दूसरों के घात या अहित करने रुप क़ूर परिणाम को क़ोध कहते हैं। मनुष्य के जीवन में बुराईयों में क़ोध बहुत खतरनाक होता है। क़ोधी साधु तो बन सकता है लेकिन साधुओं को कभी क़ोध नहीं आता है। क़ोध पर नियंत्रण रखने पर ही जीवन को सफल बना सकते हैं ।