गलती
यदि तुम्हारी गलती है तो सहन कर लेना, प्रायश्चित हो जायेगा ।
और अगर तुम्हारी गलती नहीं है फिर भी सहन कर लेना, तप हो जायेगा ।
(ब्र. संजय)
यदि तुम्हारी गलती है तो सहन कर लेना, प्रायश्चित हो जायेगा ।
और अगर तुम्हारी गलती नहीं है फिर भी सहन कर लेना, तप हो जायेगा ।
(ब्र. संजय)