गुरुपूर्णिमा

गुरुपूर्णिमा के लिए इतना ही लिखूंगा।
( गुरु+पूर्ण+माँ )
अर्थात सर्वप्रथम माँ ही पूर्ण गुरु है और तत्पश्चात केवल गुरु ही पूर्ण माँ है ।

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5 Responses

  1. Jai jinendra,
    Àaj guru purnima ka din hai.
    Aacharya shri ji ko muni shri ji ko shat shat Namostu.
    Namostu Gurubar
    Namostu Guruji.

  2. मुनि श्री क्षमासागर जी की जय हो ।
    मेरे सर्व प्रथम गुरु ।
    जबसे भक्ति/ ज्ञान मार्ग पर कदम रखा, तबसे बिना उनके दर्शन किये ही उनकी रचनाओं द्वारा इतनी अभिभूत हो गयी थी कि मन ही मन उन्हें अपना गुरु मान लिया था जैसे एकलव्य के लिए द्रोणाचार्य।
    आज बस उनकी ही याद आ रही है।

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