मुनि श्री क्षमासागर जी की जय हो ।
मेरे सर्व प्रथम गुरु ।
जबसे भक्ति/ ज्ञान मार्ग पर कदम रखा, तबसे बिना उनके दर्शन किये ही उनकी रचनाओं द्वारा इतनी अभिभूत हो गयी थी कि मन ही मन उन्हें अपना गुरु मान लिया था जैसे एकलव्य के लिए द्रोणाचार्य।
आज बस उनकी ही याद आ रही है।
5 Responses
Jai jinendra,
Àaj guru purnima ka din hai.
Aacharya shri ji ko muni shri ji ko shat shat Namostu.
Namostu Gurubar
Namostu Guruji.
Very nice
HariOm HariOm
मुनि श्री क्षमासागर जी की जय हो ।
मेरे सर्व प्रथम गुरु ।
जबसे भक्ति/ ज्ञान मार्ग पर कदम रखा, तबसे बिना उनके दर्शन किये ही उनकी रचनाओं द्वारा इतनी अभिभूत हो गयी थी कि मन ही मन उन्हें अपना गुरु मान लिया था जैसे एकलव्य के लिए द्रोणाचार्य।
आज बस उनकी ही याद आ रही है।
Suresh Chandra Jain
Aaj guru Purnima ka din Sab Aacharyon ko Namostu, Aapko bhi pranam.