यह कथन बिलकुल सही है।दान बीज की तरह है जो भविष्य में वट वृक्ष की तरह सबको फल और छाया प़दान होती है।परोपकर की भावना से अपनी वस्तु का अर्पण करना दान कहलाता है।दान चार तरह के होते है।आहार दान, औषधि दान,उपकरण दान ओर अभय दान।धर्म में इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है जिससे अपने जीवन का कल्याण होगा।
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यह कथन बिलकुल सही है।दान बीज की तरह है जो भविष्य में वट वृक्ष की तरह सबको फल और छाया प़दान होती है।परोपकर की भावना से अपनी वस्तु का अर्पण करना दान कहलाता है।दान चार तरह के होते है।आहार दान, औषधि दान,उपकरण दान ओर अभय दान।धर्म में इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है जिससे अपने जीवन का कल्याण होगा।
Very beautiful explanation of importance of “Daan”, that proves “What goes around,comes around”.