दीक्षा और आहार
दीक्षा लेते समय उपवास (आहार त्याग का संकल्प)…
सामान्य मुनि उस दिन, महावीर भगवान 2 दिन, आदिनाथ भगवान 6 माह तक।
फिर आहार क्यों लिया जाता है?
सामान्य मुनि अकाल-मरण टालने तथा भगवान आहार परम्परा चलाये रखने तथा श्रावकों को पुण्यार्जन कराने को आहार चर्या करते हैं।
(आहार-संज्ञा भी कारण है – आचार्य श्री विद्या सागर जी)
मुनि श्री सुधासागर जी
4 Responses
“सामान्य मुनि”, deeksha ke din kya “अकाल-मरण” ko टालने” ke liye, upwas karte hain?
दीक्षा दिवस पर उपवास, आहार न लेने का संकल्प होता है।
बाद में अकाल-मरण टालने को आहार लेते हैं।
उपरोक्त कथन सत्य है कि दीक्षा लेते समय उपवास यानी आहार त्याग का संकल्प लेना आवश्यक है। भगवान् महावीर स्वामी ने 2 दिन, आदिनाथ भगवान ने 6 माह के अंतराल से आहार चर्या की थीं।
सामान्य मुनि अकाल मरण टालने तथा भगवान आहार परम्परा तथा श्रावकों को पुण्यार्जन कराने हेतु आहार लेते हैं।
Okay.