ऊपर वाला हँसता है और इनसान की साँसें गिनता है…
कल इतनी थीं..आज इतनी कम हो गयीं..।
(श्रीमती शर्मा)
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One Response
दौलत और साँसों की जो तुलना की है, बिलकुल सही है ।
दौलत को हमेशा गिनता रहता है, लेकिन मर जाने पर यहीं रह जाता है ।
इसी प्रकार जब तक ज़िंदगी है, तब तक साँसें चलती रहती हैं, उसके बाद समाप्त हो जाती हैं ।अतः धर्म-ध्यान में रहो, तब किसी प्रकार की समस्या नहीं रहेगी ।
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दौलत और साँसों की जो तुलना की है, बिलकुल सही है ।
दौलत को हमेशा गिनता रहता है, लेकिन मर जाने पर यहीं रह जाता है ।
इसी प्रकार जब तक ज़िंदगी है, तब तक साँसें चलती रहती हैं, उसके बाद समाप्त हो जाती हैं ।अतः धर्म-ध्यान में रहो, तब किसी प्रकार की समस्या नहीं रहेगी ।