नील लेश्या

नील लेश्या पूरा (जान से) तो नहीं मारती पर कुछ करने योग्य भी नहीं छोड़ती (जैसे हाथ पैर कट जाना) ।

मुनि श्री  विनिश्चयसागर जी

Share this on...

3 Responses

    1. Example से समझाना हो तो ऐसे ही कहेंगे—
      कृष्ण लेश्या में जान से मारने की सम्भावना,
      नील में हाथ पैर काटने की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

September 16, 2018

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930