परवाह की अति सुंदर व्याख्या की गई है… मनुष्य, जीवन में सबसे ज़्यादा समाज की परवाह करता है, जो हमारे लिए कभी नहीं रोयेगा । अतः संसार की सही पहचान होनी चाहिए, तभी आपका कल्याण होगा । Reply
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परवाह की अति सुंदर व्याख्या की गई है…
मनुष्य, जीवन में सबसे ज़्यादा समाज की परवाह करता है, जो हमारे लिए कभी नहीं रोयेगा ।
अतः संसार की सही पहचान होनी चाहिए, तभी आपका कल्याण होगा ।
Perfect description. Jai Jinendra.