पुण्य/पाप

पुण्य हो तो तिनके का सहारा भी तार देता है ,
पापोदय में जहाज़ भी डुबा देता है ।

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One Response

  1. यह कथन बिलकुल सत्य है – – –
    पाप-पुण्य का संबंध, कर्मों से जुडा है ।जब पुण्य का समय आवे, तब उस समय पाप का प्रयास न करें, जिससे पुण्य में बढ़ोतरी हो सकेगी एवम् तिनके का सहारा अवश्य मिल सकेगा ।

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