पूर्णता
यदि –
1. व्यवहार में विनम्रता
2. वाणी में मधुरता
3. चित्त में सरलता
4. जीवन में सादगी
हो तो जीवन में पूर्णता आ जाती है ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
यदि –
1. व्यवहार में विनम्रता
2. वाणी में मधुरता
3. चित्त में सरलता
4. जीवन में सादगी
हो तो जीवन में पूर्णता आ जाती है ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
One Response
यह कथन बिलकुल सत्य है कि व्यवहार में विनम़ता, वाणी में मधुरता, चित्त में सरलता और सादगी होने पर ही जीवन में पूर्णता आ जाती है।जब जीवन में पूर्णता होती है तो उसमे समता का भाव हो जाता है।जिसके जीवन में समता के भाव होते हैं वही अपना कल्याण करने में समर्थ हो जाते हैं।