प़थमानुयोग महापुरुष या त्रैसठ शलाका पुरुष संबंधी कथा रुप शास्त्र को कहते हैं जो कि यह पुण्य वर्धक, बोध व समाधि का कथन करने वाला होता है और यह जिनवाणी का प्रमुख अंग है। Reply
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प़थमानुयोग महापुरुष या त्रैसठ शलाका पुरुष संबंधी कथा रुप शास्त्र को कहते हैं जो कि यह पुण्य वर्धक, बोध व समाधि का कथन करने वाला होता है और यह जिनवाणी का प्रमुख अंग है।
Can reason for this, be explained please?
समाधि के समय जो बोध(ज्ञान/विवेक) कराने में निमित्त बने ।