मोह
गले में खराशें पड़ने पर नमक के गरारों से फायदा होता है ।
पर खराशें बहुत बढ़ जाने पर/छालों का रूप ले लेने पर वही नमक का पानी बीमारी बढ़ा देता है ।
बच्चों को बचपन में care/मोह सहायक होता है, बड़े होने पर हानिकारक ।
चिंतन
गले में खराशें पड़ने पर नमक के गरारों से फायदा होता है ।
पर खराशें बहुत बढ़ जाने पर/छालों का रूप ले लेने पर वही नमक का पानी बीमारी बढ़ा देता है ।
बच्चों को बचपन में care/मोह सहायक होता है, बड़े होने पर हानिकारक ।
चिंतन
2 Responses
Very true…as per Acharya Chanakya gives similar guidance..
It is said that-
when a saint / sadhaka becomes Gyani,
even God leaves it to themselves ,
to take their own care.
HariBol.