इंसान मौत से बचने की कोशिश करता है परन्तु नरक से बचने की नहीं,
जबकि हकीकत ये है कि कोशिश करने से इंसान नरक से तो बच सकता है पर मौत से नहीं ।
(धर्मेंद्र)
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2 Responses
Death is more powerful,omnipresent & the fear of death is very well known,
but
the fear of NARAK is not very well known,
also there may be some attractions in NARAK but not in Death,
also
the fear of death is known to animals etc also
so
greater the fear
automatic attention goes towards DEATH.
anyway.
HariBol.
जिंदगी का कोई भरोसा नही ,कब तक चल पायेगी? पर मौत का वादा पक्का है कि वो एक दिन वो ज़रूर आएगी।
जीवन में सिर्फ मौत ही एक ऐसी सच्चाई है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता है।
मौत के बाद इंसान अपने कर्म के अनुसार स्वर्ग या नर्क में जाता है और मृत्यु के बाद इंसान को अपने किए कर्मों का फल मिलता है इसीलिये अशुभ काम न करते हुए ,शुभ काम करके वह नरक मे जाने से तो बच सकते है पर मौत से बचने की कोशिश करना बेकार है क्योंकि मृत्यु अटल है शाश्वत सत्य है. बकौल मिर्ज़ा ग़ालिब “मौत का एक दिन मुअयन (निर्धारित) है नींद क्यों रात भर नही आती?”
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Death is more powerful,omnipresent & the fear of death is very well known,
but
the fear of NARAK is not very well known,
also there may be some attractions in NARAK but not in Death,
also
the fear of death is known to animals etc also
so
greater the fear
automatic attention goes towards DEATH.
anyway.
HariBol.
जिंदगी का कोई भरोसा नही ,कब तक चल पायेगी? पर मौत का वादा पक्का है कि वो एक दिन वो ज़रूर आएगी।
जीवन में सिर्फ मौत ही एक ऐसी सच्चाई है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता है।
मौत के बाद इंसान अपने कर्म के अनुसार स्वर्ग या नर्क में जाता है और मृत्यु के बाद इंसान को अपने किए कर्मों का फल मिलता है इसीलिये अशुभ काम न करते हुए ,शुभ काम करके वह नरक मे जाने से तो बच सकते है पर मौत से बचने की कोशिश करना बेकार है क्योंकि मृत्यु अटल है शाश्वत सत्य है. बकौल मिर्ज़ा ग़ालिब “मौत का एक दिन मुअयन (निर्धारित) है नींद क्यों रात भर नही आती?”