आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने मौन को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए मौन रहना परम आवश्यक है। Reply
मौन शब्द में ही तीनों लोक छिपे हुए हैं। जब विकल्प नहीं होते/ शांति होती है तब हम संस्थान विचय नामक ध्यान करते हैं/ कर सकते हैं। Reply
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आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने मौन को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए मौन रहना परम आवश्यक है।
Maun ka correlation post se explain karenge, please ?
मौन शब्द में ही तीनों लोक छिपे हुए हैं। जब विकल्प नहीं होते/ शांति होती है तब हम संस्थान विचय नामक ध्यान करते हैं/ कर सकते हैं।
Okay.