उपरोक्त कथन सत्य है कि रिश्तों को अपने कामों के निकालने के लिए नहीं होना चाहिए बल्कि रिश्तों में प़ेम और आदर होना चाहिए ताकि आवश्यक्ता पड़ने पर एक दूसरे की मदद में सहायक होना परम आवश्यक होगा ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। Reply
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि रिश्तों को अपने कामों के निकालने के लिए नहीं होना चाहिए बल्कि रिश्तों में प़ेम और आदर होना चाहिए ताकि आवश्यक्ता पड़ने पर एक दूसरे की मदद में सहायक होना परम आवश्यक होगा ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।