रोक
किसी को रोकने के 2 प्रकार –
1. समझाने से
2. मिट* जाने से
मुनि श्री सुधासागर जी
* या तो ख़ुद के मिटने के बाद या समझाने वाले के मिटने के बाद ।
किसी को रोकने के 2 प्रकार –
1. समझाने से
2. मिट* जाने से
मुनि श्री सुधासागर जी
* या तो ख़ुद के मिटने के बाद या समझाने वाले के मिटने के बाद ।
4 Responses
रोक का मतलब बुराइयों पर नियंत्रण करना होता है।
अतः उपरोक्त उदाहरण बिल्कुल सत्य है कि बुराइयों को रोकने के लिए समझना आवश्यक है,या उसको समाप्त करना यानी मिट जाना आवश्यक है ।
“मिट जाने से” ka kya tatparya hai?
सामने वाला या तो समझाने से मान जाता है,
वरना जब आप समझाते-समझाते मिट जाओगे तब शायद समझे ;
या उसके ख़ुद मिटने की नौबत आजाये तब समझ आये ।
Okay.