लापरवाही
दुर्घटनायें मोड़ों पर कम, सीधी सड़कों पर अधिक होती हैं ।
काँटे वहाँ ज्यादा लगते हैं जहाँ फूल बिछे होते हैं ।
दु:ख सुखों के कारणों से अधिक मिलते हैं जैसे गुटखा !
मुनि श्री सुधासागर जी
दुर्घटनायें मोड़ों पर कम, सीधी सड़कों पर अधिक होती हैं ।
काँटे वहाँ ज्यादा लगते हैं जहाँ फूल बिछे होते हैं ।
दु:ख सुखों के कारणों से अधिक मिलते हैं जैसे गुटखा !
मुनि श्री सुधासागर जी