विज्ञान / वीतराग विज्ञान
विज्ञान प्रयोगों पर आधारित, निर्णय बदलते रहते हैं,
वीतराग विज्ञान, आत्मानुभव पर आधारित, ना बदलने वाला ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
विज्ञान प्रयोगों पर आधारित, निर्णय बदलते रहते हैं,
वीतराग विज्ञान, आत्मानुभव पर आधारित, ना बदलने वाला ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
आजकल विज्ञान का युग कहा जाता है जो पदार्थो के प़योग पर आधारित होते हैं, जो समय समय पर निर्णय बदलते रहते हैं। उक्त विज्ञान विनाश का कारण भी होता है ।
वीतराग विज्ञान आनादि काल से चला आ रहा है, इसमे कोई परिवर्तन नहीं होता है।वीतराग विज्ञान आत्मानुभव पर आधारित है जो कभी बदला नहीं जाता है बल्कि यह शाश्वत है।