वेदनीय स्थिति
वेदनीय की जघन्य स्थिति 12 मुहूर्त – तत्वार्थ सूत्र – 8/18
तो 13वें गुणस्थान में 1 समय कैसे ?
12 मुहूर्त साम्प्राय-आश्रव की अपेक्षा कहा है,
13 वें गुणस्थान में तो आश्रव-ईर्यापथ होता है ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
वेदनीय की जघन्य स्थिति 12 मुहूर्त – तत्वार्थ सूत्र – 8/18
तो 13वें गुणस्थान में 1 समय कैसे ?
12 मुहूर्त साम्प्राय-आश्रव की अपेक्षा कहा है,
13 वें गुणस्थान में तो आश्रव-ईर्यापथ होता है ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
2 Responses
Can it’s meaning be explained please?
साधारण व्यक्ति (साम्प्राय-आश्रव) की अपेक्षा ही कर्मों की स्थिति कही जाती है ।
जबकि 11से13वें गु.स्थानों में ईर्यापथ-आश्रव होता है, जिसकी स्थिति 1 समय ही होती है ।