जो कह दिये, वह शब्द थे ….
जो नहीं कह सके, वह अनुभूतियां थीं !
और….
जो कहना है, फिर भी नहीं कह सकते, वह मर्यादा है !!
🌹🙏सुरेश🙏🌹
Share this on...
2 Responses
उपरोक्त कथन सत्य है कि जो कह दिया वह शब्द ही होते हैं, जो कह नहीं सके, वह अनुभूतियां होती हैं। यदि जो कहना था, फिर भी नहीं कह सकते हैं, उसमें मर्यादा यानी लक्ष्मण रेखा होती हैं। अतः मुख्य विषय है कि शब्द बोलते समय मर्यादा का अनुभव होना आवश्यक है।
2 Responses
उपरोक्त कथन सत्य है कि जो कह दिया वह शब्द ही होते हैं, जो कह नहीं सके, वह अनुभूतियां होती हैं। यदि जो कहना था, फिर भी नहीं कह सकते हैं, उसमें मर्यादा यानी लक्ष्मण रेखा होती हैं। अतः मुख्य विषय है कि शब्द बोलते समय मर्यादा का अनुभव होना आवश्यक है।
Bahut hi sundar vyakhya hai. Shayad isliye hi sab kuch kehna vanchno se nahi hota hai!!