सम्यक्चारित्र
सम्यग्दर्शन तो जीव जन्म के साथ लेकर आ सकता है पर सम्यक्चारित्र तो समझदार होने पर पुरूषार्थ के द्वारा ही आता है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
सम्यग्दर्शन तो जीव जन्म के साथ लेकर आ सकता है पर सम्यक्चारित्र तो समझदार होने पर पुरूषार्थ के द्वारा ही आता है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी