सुनना
कटु शब्दों को एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल दें।
प्रशंसा के लिये दोनों कान बंद कर लें।
धर्म-चर्चा के लिये दोनों खुले रक्खें ।
(सुरेश भाई के कथन पर आधारित चिंतन)
कटु शब्दों को एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल दें।
प्रशंसा के लिये दोनों कान बंद कर लें।
धर्म-चर्चा के लिये दोनों खुले रक्खें ।
(सुरेश भाई के कथन पर आधारित चिंतन)
One Response
wonderful
s.c.jain indore