ज़िंदगी
लीज़ पर मिली है ये ज़िंदगी…
रजिस्ट्री के चक्कर में ना पड़ें…।
(सोमेश)
लीज़ पर मिली है ये ज़िंदगी…
रजिस्ट्री के चक्कर में ना पड़ें…।
(सोमेश)
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4 Responses
यह कथन बिलकुल सही है… ज़िंदगी स्थायी नहीं होती है, अतः ज़िंदगी धर्म से जुडकर, आसानी से निकल सकती है एवम् अपना कल्याण कर सकेंगे ।
Can its meaning be explained please?
लीज़ पर चीज़ें कुछ समय के लिए मिलती हैं, उन पर आपकी मालकियत नहीं होती ।
Registry में आप उस चीज़ के, officially मालिक घोषित कर दिए जाते हो ।
Okay.